लंदन। ब्रिटिश संसद ने प्रधानमंत्री बोरिस जॉन के जल्द चुनाव कराने के प्रस्ताव को एक बार फिर खारिज कर दिया है। प्रस्ताव के समर्थन में सिर्फ 293 मत पड़े, जबकि 434 मतों की जरूरत थी। इसे प्रधानमंत्री को झटका के रूप में देखा जा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, विपक्षी सांसदों ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि वे इस प्रस्ताव का विरोध करेंगे। विदित हो कि प्रधानमंत्री जॉनसन 31 अक्टूबर तक देश को यूरोपीय संघ से अलग करना चाहते हैं। इसके लिए वे यूरोपीय संघ के साथ कोई समझौता भी नहीं करना चाहते हैं। हालांकि ऐसा होने पर ब्रिटेन को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा। लेकिन सोमवार को पारित नए कानून के तहत बेक्सिट प्रक्रिया में देर करने के लिए प्रधानमंत्री को 19 अक्टूबर तक समझौता करना ही पड़ेगा। वैसे जॉनसन इसके लिए तैयार नहीं दिखते हैं। उधर, 17 और 18 सितम्बर को यूरोपीय संघ की बैठक होने वाली है और जॉनसन को आशा है कि इस बैठक में कोई न कोई हल जरूर निकलेगा। उन्होंने कहा, ” सरकार ब्रेग्जिट की प्रक्रिया बिना डील के जारी रखेगी” प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘’ संसद मेरे हाथ बांधने की चाहे जितनी कोशिश करे, लेकिन वे हर कीमत पर राष्ट्रीय हित में समझौता करने की कोशिश करेंगे। उनकी सरकार ब्रेग्जिट को अब और देर नही करेगी।‘’ दरअसल, ब्रेक्सिट मुद्दे पर ब्रिटेन में चल रहे उठापटक की वजह से ब्रिटेन में लोकतंत्र कठिन दौर से गुजर रहा है। अब तक तीन प्रधानमंत्री बदल चुके हैं, लेकिन ब्रेक्सिट विवाद का समाधान नहीं हो पाया है। वर्तमान प्रधानंत्री बोरिस जॉनसन को संसद में भले परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, फिर भी, देश में उनकी छवि काफी अच्छी हो गई है। यू गव के सर्वे में उनकी पार्टी की लोकप्रियता को लेबर पार्टी से कहीं अधिक हो गई है।
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